टैटू बनवाना आजकल एक आम फैशन बन गया है, लेकिन इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह एक स्थायी प्रक्रिया होती है जिसमें सुइयों के माध्यम से स्याही (इंक) को त्वचा के भीतर डाला जाता है। हालांकि, यह प्रक्रिया कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिनमें त्वचा संक्रमण से लेकर गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं तक शामिल हैं।
1. त्वचा संक्रमण और जलन
टैटू बनवाने के दौरान यदि स्वच्छता का सही ढंग से पालन नहीं किया जाता, तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। दूषित सुई या खराब गुणवत्ता वाली स्याही के उपयोग से बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण हो सकता है। संक्रमण के लक्षणों में लालिमा, सूजन, दर्द, मवाद आना और बुखार शामिल हो सकते हैं।
2. एलर्जी और त्वचा प्रतिक्रियाएं
कई बार लोग टैटू की स्याही में मौजूद रसायनों के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिससे उन्हें एलर्जी हो सकती है। लाल, नीले, हरे और पीले रंग की स्याही में धातु या केमिकल हो सकते हैं जो त्वचा में खुजली, जलन और चकत्ते उत्पन्न कर सकते हैं। कुछ मामलों में, एलर्जी लंबे समय तक बनी रह सकती है और टैटू हटाने के बाद भी समस्या बनी रह सकती है।
3. रक्त संचार से जुड़ी बीमारियां
यदि टैटू बनवाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुइयां संक्रमित होती हैं, तो हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एचआईवी जैसी गंभीर बीमारियां फैल सकती हैं। इसलिए, हमेशा प्रमाणित और स्वच्छ टैटू पार्लर से ही टैटू बनवाना चाहिए।
4. त्वचा पर स्थायी क्षति और निशान
कुछ लोगों की त्वचा टैटू की स्याही को सही तरीके से ग्रहण नहीं कर पाती, जिससे निशान पड़ सकते हैं। यदि टैटू बनवाने के दौरान अत्यधिक दबाव डाला जाए, तो त्वचा पर स्थायी रूप से मोटे निशान (स्कार) बन सकते हैं, जो देखने में भद्दे लग सकते हैं।
5. MRI स्कैन के दौरान समस्याएं
टैटू की स्याही में धातु के अंश होते हैं, जिससे MRI (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) स्कैन के दौरान असहजता या जलन हो सकती है। कुछ लोगों को स्कैन के दौरान हल्की सूजन या जलन का अनुभव होता है।
6. इम्यून सिस्टम पर प्रभाव
टैटू बनवाने के बाद शरीर को इसे स्वीकार करने में समय लगता है, और कुछ मामलों में यह इम्यून सिस्टम पर दबाव डाल सकता है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से कमजोर होती है, उनमें टैटू के कारण और अधिक स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
7. टैटू हटाने की जटिलताएं
यदि कोई व्यक्ति अपने टैटू से बाद में संतुष्ट नहीं होता और उसे हटवाना चाहता है, तो यह प्रक्रिया दर्दनाक और महंगी हो सकती है। लेजर ट्रीटमेंट से टैटू हटाने में कई सत्र लगते हैं और यह त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ मामलों में टैटू पूरी तरह हटता भी नहीं है और हल्का निशान बना रह सकता है।
जटिलताओं से बचें
हालांकि टैटू एक व्यक्तिगत पसंद है, लेकिन इसे बनवाने से पहले सभी संभावित जोखिमों को समझना जरूरी है। यदि आप टैटू बनवाना चाहते हैं, तो किसी प्रमाणित और स्वच्छ टैटू आर्टिस्ट के पास जाएं, हाइजीन का विशेष ध्यान रखें और अच्छी गुणवत्ता वाली स्याही का उपयोग करें। टैटू बनवाने के बाद सही देखभाल से संक्रमण और अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है।
