- नई दिल्ली: आमतौर पर दूध को सेहत के लिए फायदेमंद कहा जाता है. ऐसी मान्यता और सुझाव केवल आज से नहीं बल्कि प्राचीनकाल से है और अच्छी सेहत के लिए हमेशा दूध लेने का सुझाव दिया गया है. पर कुछ डिजीज की दशा में दूध लेना नुकसानदेह भी हो सकता है. इसी बारे में हेल्थ एक्सपर्टस बिस्वरूप और न्यूट्रिनिस्ट
सीमा सिंह ने अपने-अपने विचार रखे हैं कि हमें दूध का सेवन करना चाहिए की नहीं. दोनों ही हेल्थ सुजेशन की फील्ड में बडे नाम हैं और दोनों ने ही इस विषय पर अपनी-अपनी अलग राय रखी है. आइए जानें कि हमें दूध लेना कब फायदेमंद और कब नुकसानदेह.
दूध सेहत के लिए फायदेमंद भी हो सकता है और कुछ स्थितियों में नुकसानदेह भी। यह व्यक्ति की शारीरिक स्थिति, उम्र, और दूध के प्रकार पर निर्भर करता है।
दूध के फायदे:
1. पोषक तत्वों से भरपूर: दूध कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और बी12 जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जो हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
2. हड्डियों की मजबूती: नियमित दूध का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने में मदद करता है।
3. पाचन में मदद: दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड पाचन
तंत्र को स्वस्थ रखता है।
4. ऊर्जा का अच्छा स्रोत: दूध तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और थकावट को दूर करता है।
5. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: दूध में मौजूद पोषक तत्व त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
दूध के नुकसान:
1. लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose Intolerance): कुछ लोगों को दूध में मौजूद लैक्टोज को पचाने में समस्या होती है, जिससे पेट दर्द, गैस, या डायरिया हो सकता है।
2. एलर्जी: कुछ लोगों को दूध से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते, सूजन या सांस लेने में समस्या हो सकती है।
3. वजन बढ़ना: अत्यधिक मात्रा में फुल-फैट दूध का सेवन वजन बढ़ा सकता है।
4. हार्मोन और ऐडिटिव्स: कुछ दूध में हार्मोन या रसायन मिलाए जा सकते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
5. दिल की बीमारियां: अधिक फैट वाला दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
सुझाव:
यदि आपको लैक्टोज असहिष्णुता है, तो लैक्टोज-फ्री दूध या सोया, बादाम, या नारियल दूध का विकल्प चुनें।
स्किम्ड या लो-फैट दूध हृदय और वजन के लिए बेहतर हो सकता है।
दूध को संतुलित मात्रा में पिएं। अत्यधिक सेवन से बचें।
दूध आपके लिए फायदेमंद या हानिकारक है, यह आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। अगर कोई समस्या हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
