दुबई : भारतीय क्रिकेट टीम ने 12 साल बाद चैंपियंस ट्राफी जीत ली। भारत इससे पहले दो बार यह ट्राफी जीत चुका है। भारत 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बना था। तब वर्षा के कारण फाइनल मैच पूरा नहीं हो पाया था। इसके बाद भारत ने 2013 में इंग्लैंड को हराकर ट्राफी पर कब्जा किया था। अब 2025 में भारत ने ट्राफी पर कब्जा किया है। इससे पहले 2017 में ट्राफी का आयोजन हुआ था, तब भारत फाइनल में पाकिस्तान से हार गया था। इस तरह भारत तीसरी बार यह ट्राफी जीतने वाला पहला देश बन गया। आस्ट्रेलिया 2006 और 2009 में दो बार ट्राफी जीत चुका है। दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज यह ट्राफी एक-एक बार जीत चुके हैं। विजेता भारत को 20 करोड़ और उपविजेता न्यूजीलैंड को 10 करोड़ रुपये दिए गए। फाइनल मैच लगभग 85 करोड़ लोगों ने लाइव देखा। इससे पहले भारत और आस्ट्रेलिया के बीच हुआ सेमीफाइनल 67 करोड़ लोगों ने देखा था।
भारत ने दुबई में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराया। न्यूजीलैंड ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में सात विकेट खोकर 251 रन बनाए। भारत ने 6 गेंद शेष रहते मैच जीत लिया। भारत ने 49 ओवर में 6 विकेट खोकर 254 रन बनाए। 252 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों में पहले विकेट के लिए 105 रन बने। रोहित 83 गेंद में 76 रन बनाकर लौटे। श्रेयस अय्यर ने 62 गेंद में 48 रन का योगदान दिया। अक्षर 40 गेंद में 29 रन बना पेवेलियन लौटे। हार्दिक पांड्या 18 और केएल राहुल ने 33 गेंद में नाबाद 34 रन की पारी खेली। रविंद्र जडेजा ने चौका लगाकर भारत की जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले न्यूजीलैंड की टीम ने शुरुआत अच्छी की थी। यंग और रचिन ने पहले विकेट के लिए आठ ओवर में 57 रन बना डाले। इसके बाद न्यूजीलैंड के विकेट निरंतर गिरते रहे और रन गति कम होती गई। डेरिल मिशेल ने सर्वाधिक 61 रन की पारी खेली। उनके अलावा रचिन ने 37 और ब्रेसवेल ने 53 रन बनाए।
