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हिजबुल्लाह प्रमुख नसरुल्लाह पिछले साल सितंबर में इजरायली हमले में मारा गया था; उसका संस्कार फरवरी में हुआ, जानिए संस्कार में पांच महीने क्यों लग गए

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बेरुत (लेबनान) : लेबनान के विद्रोही संगठन हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्लाह का लगभग पांच महीने के बाद संस्कार हुआ। अपने नेता को अंतिम विदाई देने के लिए बेरूत के सिटी स्टेडियम में दस लाख से ज्यादा लोग पहुंचे। नसरुल्लाह को पिछले साल 27 सितंबर को इजरायल ने हवाई हमले में मार गिराया था। इजरायल की वायुसेना ने आतंकवादी समूह के संचालन कक्ष पर 80 से ज्यादा बम गिराए थे। इसमें हसन नसरुल्लाह सहित कई हिजबुल्लाह नेताओं की मौत हो गई थी। नसरुल्लाह के साथ उसके चचेरे भाई और उत्तराधिकारी हाशेम सफीउद्दीन का भी अंतिम संस्कार किया गया। नसरुल्लाह की मौत के कुछ दिन बाद हाशेम भी इजरायली हवाई हमले में मारा गया था।

नसरुल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह को आशंका थी कि यदि युद्ध के दौरान संस्कार किया जाता है तो इजरायल हमला करेगा और कई लोग मारे जाएंगे। इसके लिए अमेरिका सहित पश्चिमी देशों से मदद मांगी गई थी कि वे इजरायल को संस्कार के लिए इकट्ठी होने वाली भीड़ पर हमला न करने के लिए राजी करें। लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई थी। इस कारण नसरुल्लाह का संस्कार नहीं हो पाया था। अब युद्धविराम के बाद संस्कार किया गया।

स्टेडियम में मौजूद हिज्बुल्लाह के महासचिव शेख नईम कासिम ने नसरुल्लाह के रास्ते पर चलने की कसम खाई है। लोगों को संबोधित करते हुए उसने कहा कि हिज्बुल्लाह मजबूत है। हम झुकेंगे नहीं और हर वादे का पालन करेंगे। कासिम ने नसरल्लाह को शहीद बताया।

अंतिम संस्कार में ईरानी विदेश मंत्री सहित कई लोग पहुंचे
अंतिम संस्कार में शामिल लोगों में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची, शिया राजनेताओं और मिलिशिया कमांडरों सहित इराकी प्रतिनिधिमंडल और यमन के हौथिस का प्रतिनिधिमंडल शामिल था। सामूहिक अंत्येष्टि का मकसद इजरायल के साथ युद्ध में पराजित होकर उभरे हिजबुल्लाह के बाद की ताकत दिखाना है, जिसमें उसके अधिकांश नेतृत्व और हजारों लड़ाके मारे गए थे और दक्षिण लेबनान पर कहर बरपा था।

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Author: speedpostnews

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