अंडों से चूजों के निकलने की अवधि विभिन्न पक्षियों में अलग-अलग होती है। यह अवधि मुख्य रूप से पक्षी की प्रजाति, जलवायु, घोंसले की स्थिति और अंडे सेने की प्रक्रिया पर निर्भर करती है। आइए, मोर, कबूतर, मुर्गा, बतख और चिड़िया के अंडों से बच्चों के निकलने की समयावधि को विस्तार से समझते हैं।
1. मोर
मोरनी आमतौर पर 4-8 अंडे देती है और उन्हें सेने में 26 से 30 दिन लगते हैं। इस दौरान मोरनी अपने अंडों को गर्म रखने के लिए सावधानीपूर्वक बैठती है। जैसे ही यह अवधि पूरी होती है, अंडों से छोटे-छोटे मोर के चूजे बाहर आते हैं।
2. कबूतर
कबूतर आमतौर पर एक बार में 2 अंडे देता है। कभी-कभी तीन अंडे भी दे देता है। नर और मादा दोनों मिलकर अंडों को सेते हैं। कबूतर के अंडों से बच्चे 16 से 19 दिन में निकलते हैं। इस अवधि के दौरान माता-पिता दोनों अंडों को गर्म रखते हैं और बाद में नवजात चूजों को “पिजन मिल्क” (एक प्रकार का पोषक द्रव) खिलाते हैं।
3. मुर्गा
मुर्गी के अंडों से चूजे निकलने में लगभग 21 दिन लगते हैं। इस दौरान मुर्गी लगातार अंडों पर बैठती है और उन्हें गर्मी देती है। यदि अंडों को कृत्रिम इनक्यूबेटर में रखा जाए, तो भी यही अवधि लगती है। 21वें दिन चूजे अंडों को चोंच से फोड़कर बाहर आते हैं।
4. बतख
बतख की प्रजाति के आधार पर अंडों से बच्चे निकलने की अवधि अलग-अलग होती है। सामान्यतः, बतख के अंडों को सेने में 26 से 28 दिन लगते हैं। कुछ बड़ी प्रजातियों, जैसे मस्कावी बतख, के अंडों से चूजे निकलने में 35 दिन तक भी लग सकते हैं।
5. चिड़िया
चिड़िया की विभिन्न प्रजातियों के अंडों से बच्चों के निकलने की अवधि अलग-अलग होती है। छोटी चिड़ियों जैसे गौरैया के अंडे 10 से 14 दिन में फूटते हैं। वहीं तोते और अन्य बड़ी चिड़ियों में यह समय अधिक हो सकता है, जो प्रजाति पर निर्भर करता है।
यह जानकारी उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकती है, जो पक्षियों की देखभाल करते हैं या उनकी प्रजनन प्रक्रिया को समझना चाहते हैं।
