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छू मंत्र हो जाएगी गैस, एक बार ऐसा करके तो देखिए

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  • नई दिल्लीः गैस और अफारा होने की स्थिति में हालात बहुत नागवार हो जाते हैं और बहुत ज्यादा बेचैनी होने लगती है. पेट फूल जाता है और न डकार आता और न ही गैस रिलीज होती है. ऐसी स्थिति में क ई बार घवराहट होने लगती है. गैस एक ऐसा रोग है जिसका कहीं भी और किसी भी समय में हो जाता है भूख कम हो जाती है, बेचैनी रहती है, नींद नहीं आती है गैस से छुटकारा पाने के लिए डाक्टर आरपी पराशर क्या राय देते हैं आइए जानें डा. आर.पी. पराशर, दिल्ली नगर निगम का परिचय
    डा. आर.पी. पराशर एक प्रतिष्ठित आयुर्वेदाचार्य हैं, जो स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान पारंपरिक आयुर्वेदिक पद्धतियों से करते हैं। वे दिल्ली नगर निगम से भी जुड़े हुए हैं और आमजन को स्वास्थ्य जागरूकता देने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उनका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के लिए घरेलू और प्राकृतिक उपाय प्रदान करना है।

गैस क्या है?
गैस पाचन तंत्र में उत्पन्न होने वाली वह स्थिति है, जिसमें पेट में वायु भर जाती है। यह वायु पाचन प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होती है। जब यह वायु शरीर से बाहर नहीं निकलती, तो यह पेट फूलने, दर्द और असहजता का कारण बनती है।

गैस होने के कारण

1. अनियमित खानपान: गलत समय पर खाना खाना या अत्यधिक तला-भुना भोजन करने से।

2. खराब पाचन: पाचन तंत्र में एंजाइम की कमी।

3. अत्यधिक मसालेदार भोजन: मिर्च-मसालों का अधिक उपयोग गैस उत्पन्न करता है।

4. ज्यादा मीठा या कार्बोनेटेड पेय: मीठे और सोडा वाले पेय पदार्थ गैस को बढ़ावा देते हैं।

5. तनाव और चिंता: मानसिक तनाव पाचन तंत्र पर प्रभाव डाल सकता है।

6. अधिक दालों का सेवन: खासतौर पर रात में।

 

गैस सिर में चढ़ जाए तो क्या करें?

1. अजवाइन और काला नमक: अजवाइन में थोड़ा काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लें।

2. पुदीना: पुदीने की चाय या पुदीने का रस पीने से सिरदर्द और गैस से राहत मिलती है।

3. गर्म पानी से सेक: गर्म पानी की थैली से पेट पर हल्की सिकाई करें।

4. दीप श्वसन: गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं।

 

कौन सा चूर्ण लेना चाहिए?

1. त्रिफला चूर्ण: पाचन में सुधार करता है और गैस को कम करता है।

2. हिंग्वाष्टक चूर्ण: भोजन से पहले या बाद में लेने से गैस की समस्या दूर होती है।

3. अजवाइन चूर्ण: गैस और अपच के लिए प्रभावी।

4. सौंफ और जीरे का चूर्ण: भोजन के बाद लेने से पेट हल्का रहता है।

 

गैस निवारण के घरेलू उपाय

1. अदरक का उपयोग: अदरक के छोटे टुकड़े चबाएं या चाय में डालकर पिएं।

2. नींबू पानी: खाने के बाद गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीने से राहत मिलती है।

3. छाछ और हींग: छाछ में एक चुटकी हींग और काला नमक मिलाएं।

4. कच्चा लहसुन: सुबह खाली पेट लहसुन का एक टुकड़ा चबाने से गैस में आराम मिलता है।

5. योग और प्राणायाम: वज्रासन, पवनमुक्तासन, और अनुलोम-विलोम गैस की समस्या को कम करते हैं।

 

रात को दालें क्यों नहीं खानी चाहिए?
रात में दालें खाने से गैस बनने की संभावना अधिक होती है। दालों में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन के लिए भारी हो सकती है। रात में पाचन क्रिया धीमी होती है, जिससे दालें पूरी तरह पच नहीं पातीं और गैस या अपच का कारण बनती हैं।

गैस और अफारे में अंतर

1. गैस: पेट में बनने वाली वायु जो पेट फूलने, दर्द और डकार के रूप में व्यक्त होती है।

2. अफारा: पेट में वायु के साथ भारीपन और दर्द महसूस होना। यह गैस से थोड़ा अधिक गंभीर स्थिति है।

 

निष्कर्ष
गैस एक सामान्य पाचन समस्या है, लेकिन सही खानपान और जीवनशैली से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक चूर्ण के साथ योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। यदि समस्या गंभीर हो, तो विशेषज्ञ से सलाह लें।

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Author: speedpostnews

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