- भारत समुद्र की गहराइयों में 6,000 मीटर तक अनुसंधान करने के लिए समुद्री मानवयुक्त मिशन “समुद्रयान” के तहत एक विशेष मानवयुक्त पनडुब्बी “मATSYA 6000” (मछली 6000) लॉन्च कर रहा है। यह परियोजना राष्ट्रीय समुद्री प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT), चेन्नई द्वारा विकसित की जा रही है और इसे भारत सरकार के डीप ओशन मिशन के हिस्से के रूप में संचालित किया जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं:
गहराई: मATSYA 6000 6,000 मीटर तक गहराई में गोता लगाने की क्षमता रखती है।
क्षमता: यह तीन व्यक्तियों को ले जाने में सक्षम होगी।
उद्देश्य: महासागर में खनिजों, दुर्लभ संसाधनों और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का अध्ययन करना।
डिज़ाइन: यह 80 मिमी मोटी टाइटेनियम मिश्र धातु से बना होगा और उच्च दबाव सहने में सक्षम होगा।
लॉन्च डेट: इसे 2024 के अंत तक या 2025 में लॉन्च किए जाने की योजना है।
यह परियोजना भारत को समुद्री अनुसंधान में वैश्विक मानचित्र पर लाने और संसाधनों के सतत उपयोग को बढ़ावा देने में सहायक होगी।

Author: speedpostnews
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