कांगड़ा : माता श्री बज्रेश्वरी देवी जी के कांगड़ा स्थित मंदिर में 12 फरवरी को प्रकटोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान मंदिर परिसर में माता की चौकी का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर में विशाल भंडारा लगाया जाएगा। माता के प्रकटोत्सव पर सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार भी होगा। इसमें 10 बच्चे यज्ञोपवीत संस्कार में दीक्षा लेंगे। यज्ञोपवीत संस्कार में बच्चों को गायत्री मंत्र की दीक्षा दी जाती है। यज्ञोपवीत संस्कार में सात साल से अधिक उम्र के बच्चों को शामिल किया जाता है।
चैत्र माह में अमावस्या पर लगता है मेला
चैत्र माह में अमावस्या को देवी बज्रेश्वरी के सम्मान में विशाल मेला लगता है। मेले की शुरुआत कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को देवी की पूजा-अर्चना के साथ होती है। अमावस्या की रात दीपों की पूजा की जाती है। अगले दिन हिंदू महीने बैसाख के पहले दिन देवी की छवि वाली पालकी के साथ शोभायात्रा निकाली जाती है।
जनवरी में मनाते हैं मकर संक्रांति का त्योहार
जनवरी के दूसरे सप्ताह में मंदिर में मकर संक्रांति का त्योहार भी मनाया जाता है। मान्यता है कि युद्ध में महिषासुर का वध करने के बाद देवी को चोटें आई थीं। उन चोटों को ठीक करने के लिए देवी ने नगरकोट में अपने शरीर पर मक्खन लगाया था। इसलिए देवी की पिंडी को मक्खन से ढक दिया जाता है। मंदिर में एक सप्ताह तक उत्सव मनाते हैं।
