कराची, इस्लामाबाद : ट्रेन हाईजैक मामले में पाकिस्तान पर दुनिया भर की निगाहें लगी हैं। बंधकों को छुड़ाने की राहत की सूचना भी आ रही है। पाक सुरक्षा बलों ने दावा किया है कि 214 बंधकों में से 190 बंधकों को मुक्त करवा लिया है। सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में 30 आतंकवादियों को मार गिराने की सूचना है। अन्य यात्रियों को छुड़ाने का अभियान जारी है। विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हैं, इससे बंधकों को छुड़ाने में मुश्किल हो रही है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की विद्रोहियों के साथ बीच मुठभेड़ जारी है। घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी का कहना है कि उसने खुद बंधकों को रिहा किया है।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने एक डिब्बे से 43 पुरुषों, 26 महिलाओं और 11 बच्चों को छुड़ा लिया है। कई यात्री अभी ट्रेन में ही हैं, जो सुरंग के अंदर हैं। बचाव दल को मौके पर भेजा गया है। पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है। चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पहुंच रहे हैं।
ट्रेन के नौ डिब्बों में लगभग 500 यात्री थी थे। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी। तभी मंगलवार सुबह गुदलार और पीरू कोनेरी के बीच गोलीबारी की गई। इससे पहले बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उसने ट्रेन को कब्जे में लेकर 100 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया है।
पहले दिन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला कर 30 सैनिकों को मार डाला था। साथ ही दो सौ से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनीतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की।
