कांगड़ा ब्लाक की तरखानकड़ पंचायत का कार्यालय बिना छुट्टी के बंद रहा, उपप्रधान व अन्य लोग प्रांगण में बैठकर इंतजार करते रहे
कांगड़ा : खबर के साथ फोटो में दिख रहे व्यक्ति कोई आम नागरिक नहीं हैं, तरखानकड़ पंचायत के उपप्रधान हैं सुनील कुमार। पंचायत घर के द्वार पर ताला सुशोभित है। भीतर तीन लाल रंग की कुर्सियां बैठने वालों के इंतजार में हैं। पर बैठने वाले तब बैठें जब ताला खुले। यह वाकया सोमवार 13 जनवरी का है। सुनील कुमार पंचायत घर के आंगन में बैठे हैं, उनके हाथ में कुछ दस्तावेज हैं। वह इंतजार कर रहे हैं कि कब पंचायत सचिव आएं और पंचायत के कार्यों को लेकर उनसे चर्चा करें। सुनील का दावा है कि वह पंचायत के कार्यों को लेकर पंचायत घर आए थे। पर आगे देखा तो पंचायत कार्यालय पर ताला लगा है। तरखानकड़ पंचायत का ब्लाक कांगड़ा है।
कार्यदिवस पर पंचायत कार्यालय बंद रहना चिंता का विषय, इसकी जांच हो : सुनील
उपप्रधान ने बताया कि उनके साथ कुछ दूसरे लोग भी अपने जरूरी कार्यों से पंचायत घर आए थे। काफी देर इंतजार किया। मिनट और घंटे बीत गए, पर ताला नहीं खुला। पूरा दिन कोई नहीं आया। उपप्रधान ने बताया कि सोमवार को छुट्टी नहीं थी, फिर भी पंचायत कार्यालय बंद रहना चिंता का विषय है। इससे पहले भी छुट्टियां थीं। मंगलवार को लोहड़ी की छुट्टी है, ऐसे में लोगों के काम कैसे होंगे। कई लोगों को तत्काल दस्तावेज चाहिए होते हैं, लेकिन पंचायत कार्यालय में को मिलेगा ही नहीं तो काम कैसे चलेगा। सुनील कुमार ने बताया कि ऐसा अकसर होता है कि पंचायत कार्यालय बंद रहता है। यदि आज पंचायत कार्यालय नहीं खुलना था तो बाहर सूचना लगा देते या संदेश भेज देते, जिससे लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की जांच की जाए।
मेरे पास दो पंचायतों का कार्यभार, सोमवार को बोहड़क्वालू गया था : सचिव
इस मामले में पंचायत के सचिव जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनके पास दो पंचायतों की एक साथ जिम्मेदारी है। तरखानकड़ के साथ बोहड़क्वालू पंचायत का कार्यभार भी उनके पास है, सोमवार को वह बोहड़क्वालू पंचायत में गए थे।इसलिए तरखानकड़ नहीं आ पाए।
